Thursday, 20 June 2013


By. SHASHI BHUSHAN MAITHANI "PARAS"

बदरीनाथ से फोन पर मिला अपडेट - 
बदरीनाथ में भी हालत हैं बुरे ...। अभी अभी मेरी बदरीनाथ में रत्नेश पंवार से बात हुई ,  रत्नेश ने बताया कि अंतराज्यीय बस अड्डे पर एक बस में बस ड्राइबर लांश पिछले 3 दिनों से अदि हुई है जिससे अब दुर्गन्ध आने लगी है पुलिस को जानकारी दी गयी लेकिन वह भी हाथ लगाने को तैयार नहीं है ।  मिटटी तेल ख़त्म हो गे है जिसके बाद लोगो ने वहां स्टोर किये हुवे डीजल का प्रयोग शुरू किया लेकिन अब वह भी समाप्त हो गया है । दूसरी ओर  समिति लोगों को खाने के टोकन देने की बात कर रही है लेकिन जहां से टोकन मिलने हैं वह कार्यालय बंद पड़ा हुआ है । रत्नेश ने बताया कि बदरीनाथ से लगे बामनी गाँव में 16 तारीख को आई बाढ़ से 3 - 4 मकान बह गए हैं । रहत के नाम पर आर्मी के जहाज पहुँच तो रहे हैं पर वह किसी को मदद करने के बजाय हैली पेड पर आकर फोटो खिंचवा कर मीडिया में खुदको दिखाने का काम कर रहे हैं , आगे रत्नेश ने अपनी टेलीफोन वार्ता में यह भी बताया कि अगर  कुछ नहीं होता है तो यहाँ लोग भूख से मरने वाले हैं । यात्रियों के पास पैंसा पूरी तरह से समाप्त हो चूका है कुछ यात्री प्राईवेट हैली काफ्टर की मांग कर रहे हैं , उनका  कहना है कि अपने पैंसे दे देंगे पर हमें यहाँ से निकाल दो लेकिन सरकार अभी सिर्फ हेमकुण्ड , केदारनाथ या उत्तरकाशी पर ही ज्यादा फोकश कर रही है । 
लेकिन हमें यहाँ यह भी समझाना होगा कि फंसे हुवे यात्रियों का गुस्सा अपनी जगह जायज है , लेकिन सेना को भी प्राथमिकता के तौर पर केदारनाथ व हेमकुण्ड में भी कार्य करने शख्त जरुरत भी है और वह कर भी रही है सेना के सभी जवान इस समय देव दूत बन कर मदद में जुटे हैं हमें उनका भी हौशला बढ़ाना है । लेकिन बदरीनाथ से रत्नेश पंवार जी मुझे फोन पर जो जानकारी दी है वह में सभी अपने मीडिया संस्थानों व कंट्रोल रूम तक भिजवा रहा हूँ , उम्मीद करनी चाहिए कि बदरीनाथ में भी भूख से तड़फ रहे यात्रियों को जल्द से जल्द राहत पहुंची जाय व पुलिस अधिकारी बदरीनाथ थाणे को निर्देशित करें की बस अड्डे पर बस में पड़े मृत शारीर की शिनाख्त कर करवाई कर मदद करें , इस भीषण आपदा में हम सब लोगों का सहयोग शाशन प्रशन व सेना के साथ भी बना रहना चाहिए । 
शशि भूषण मैठाणी "पारस" 
स्वतंत्र पत्रकार  

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